
इस वर्ष का विषय स्वतंत्रता दिवस इसका उद्देश्य ‘विकसित भारत @ 2047’ है, जिसका उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने के लिए सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाना है।
भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लगातार 11वीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जो भारत की स्वतंत्रता की 78वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
यह मोदी का उनके तीसरे कार्यकाल का पहला स्वतंत्रता दिवस भाषण था, जिससे उन्होंने मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 2004 से 2014 के बीच दस बार स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया था।
लाल किले के कार्यक्रम से पहले मोदी ने महात्मा गांधी की समाधि पर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
‘आजादी के दीवाने’ को श्रद्धांजलि देने का दिन: पीएम मोदी
लाल किले से अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, “आज का दिन देश के लिए बलिदान देने वाले अनगिनत ‘आज़ादी के दीवानों’ को श्रद्धांजलि देने का दिन है। यह देश उनका ऋणी है।” “हमें गर्व है कि हमारे खून में उन 40 करोड़ लोगों का खून है जिन्होंने भारत से औपनिवेशिक शासन को उखाड़ फेंका था। आज हम 140 करोड़ लोग हैं, अगर हम संकल्प लें और एक दिशा में मिलकर आगे बढ़ें, तो हम 2047 तक रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को पार करके ‘विकसित भारत’ बन सकते हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “इस वर्ष और पिछले कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। प्राकृतिक आपदा में अनेक लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है, अपनी संपत्ति खोई है; देश को भी नुकसान उठाना पड़ा है। आज मैं उन सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि संकट की इस घड़ी में देश उनके साथ खड़ा है।”