मौसम विभाग ने बागानों, बागवानी और खड़ी फसलों को संभावित नुकसान की चेतावनी दी है। कमजोर संरचनाओं को आंशिक नुकसान हो सकता है, जबकि तेज हवाओं और बारिश के कारण कच्चे घरों और झोपड़ियों को मामूली नुकसान होने की आशंका है। निचले इलाकों में यातायात बाधित होने और जलभराव की भी आशंका है।
रविवार शाम 5 बजे तक 24 घंटों में रामपुर में 33 मिमी बारिश दर्ज की गई। अन्य स्थानों पर सराहन में 11 मिमी, शिमला में 9 मिमी, वांगटू और जुब्बरहट्टी में 8-8 मिमी तथा चौरी और बजौरा में 5-5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
शिमला के निकट कुछ क्षेत्रों में दृश्यता बहुत कम हो गई, जिससे शिमला-कालका राजमार्ग पर वाहन चालकों को परेशानी हुई।
राज्य के आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, मूसलाधार बारिश के कारण 41 सड़कें बंद हो गई हैं। इनमें मंडी में 27, शिमला में सात, सिरमौर में चार, कुल्लू में दो और कांगड़ा जिले में एक सड़क शामिल है। इसके अलावा 71 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
लाहौल और स्पीति के कुकुमसेरी में सबसे कम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बिलासपुर 36.6 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा।