पुलिस ने बताया कि रांदेर के चार दोस्त, जिनकी उम्र 14 से 15 साल के बीच है, बुधवार रात पाल से सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एसवीएनआईटी) की ओर निकले। पुलिस ने बताया कि किशोर चालक अपने परिवार को बताए बिना कार लेकर चला गया। पुलिस ने बताया कि रात करीब 12.30 बजे किशोर ने अपनी कार पर से नियंत्रण खो दिया, डिवाइडर से नीचे उतरा और मोटरसाइकिल से जा टकराया। चिंतन मालवीय, जो कार चला रहा था बाइकपुलिस ने बताया कि मालवीय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके पीछे बैठा दोस्त पार्थ मेहता एक निजी अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। पुलिस ने बताया कि बाइक से टकराने के बाद कार पलट गई और कुछ दूर तक घिसटती चली गई। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। उनके भाई डॉ. हिमांशु ने बताया कि 44 वर्षीय मालवीय एक निजी फर्म में सेल्स मैनेजर थे और अपनी पत्नी, बच्चों और माता-पिता के साथ अदजान के अलीशान एन्क्लेव सोसाइटी में रहते थे।
नाबालिग ड्राइवर के पिता विशाखापत्तनम में एक निजी आयात-निर्यात कंपनी में काम करते हैं, जबकि उसका बड़ा भाई दिल्ली में काम करता है। पुलिस ने बताया कि लड़का अपनी मां के साथ रांदेर में रहता है।
डॉ. हिमांशु द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर पाल पुलिस ने लड़के के खिलाफ “गैर इरादतन हत्या” और “लापरवाही और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण जान को जोखिम में डालने” के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के बाद दो लड़के मौके से भाग गए, जबकि दो अन्य घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। जांच में पता चला कि कार नाबालिग चालक के बड़े भाई की थी, जो दिल्ली में रहता है। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना की जानकारी मिलने पर वह सूरत पहुंचा।