बाराबंकी एंबुलेंस प्रकरण में शामिल होने के अलावा शाहिद की मनोज राय हत्याकांड समेत कई अन्य मामलों में भी भूमिका थी। शाहिद को शरण देने के आरोपी मुख्तार के एक अन्य साथी पर भी गाजीपुर पुलिस की नजर है। पुलिस ने बताया कि 2022 से वांछित और 50 हजार रुपये के इनामी अफ्शा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी तेज कर दी गई है।
गाजीपुर एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि मंसूर अहमद के घर शाहिद की मौजूदगी की सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर पवन उपाध्याय के नेतृत्व में मोहम्मदाबाद पुलिस की टीम ने यूसुफपुर के मंगल बाजार में छापा मारकर उसे शनिवार को पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने 2021 में पंजाब की रोपड़ जेल से मुख्तार को लाने के लिए बाराबंकी नंबर की एंबुलेंस की व्यवस्था करने के मामले में सह-आरोपी शाहिद पर 24 हजार रुपये का नकद इनाम घोषित किया था।
एसपी ने बताया कि इसके अलावा, वह 2001 में उसरीचट्टी गैंगवार के दौरान मनोज राय की हत्या में भी सह-आरोपी था। उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।