
अखिलेश ने सोशल मीडिया पर अयोध्या में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा नीत राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “यूपी-अयोध्या में चोरों ने कानून व्यवस्था बिगाड़ दी है। इसीलिए जनता पहले ही कह रही थी कि खंभा बिना बिजली के खड़ा है।” भाजपा सरकार मतलब ‘अंधेर नगरी’, हर जगह अंधेरा। आज की अयोध्या कहती है कि उसे बीजेपी नहीं चाहिए।”
चोरी यह मामला तब प्रकाश में आया जब अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ अनुबंध के तहत लाइट लगाने के लिए जिम्मेदार फर्म यश एंटरप्राइजेज और कृष्णा ऑटोमोबाइल्स ने 9 अगस्त को राम जन्मभूमि पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई।
फर्म के प्रतिनिधि शेखर शर्मा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, “रामपथ पर 6,400 बांस की लाइटें और भक्ति पथ पर 96 प्रोजेक्टर लाइटें लगाई गई थीं। 19 मार्च तक सभी लाइटें लगी हुई थीं, लेकिन 9 मई को निरीक्षण के बाद पाया गया कि कुछ लाइटें गायब थीं।”
एफआईआर में आगे बताया गया कि कंपनी को चोरी की जानकारी मई में ही हो गई थी, लेकिन उसने 9 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई।
इस साल 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के पवित्रीकरण समारोह से पहले अयोध्या में हाल ही में एक बड़े नवीनीकरण प्रोजेक्ट का काम हुआ था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।