टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का बांग्लादेश का निर्णय शुरुआती लाभ देने वाला रहा।
अपने तीसरे टेस्ट मैच में खेल रहे तेज गेंदबाज हसन महमूद ने 6-3 की तेज गेंदबाजी करते हुए भारत के शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया। रोहित शर्मा (6), शुभमन गिल (0) और विराट कोहली (6) महमूद के शुरुआती हमलों का शिकार हो गए, जिससे भारत का स्कोर 29/3 हो गया।
केएल राहुल (16) और ऋषभ पंत (39) ने पारी को फिर से संवारने का प्रयास किया, लेकिन उनकी साझेदारी को क्रमशः मेहदी हसन मिराज और महमूद ने तोड़ दिया, जिससे भारत का स्कोर छह विकेट पर 144 रन हो गया।
हालाँकि, अश्विन और जडेजा की अनुभवी जोड़ी ने उल्लेखनीय बदलाव किया।
उन्होंने अनुकरणीय लचीलापन और जवाबी आक्रमण कौशल का प्रदर्शन करते हुए सातवें विकेट के लिए 195 रन की अटूट साझेदारी की।
अश्विन ने अपनी खास शान और टाइमिंग का परिचय देते हुए शाकिब अल हसन की गेंद पर सिंगल लेकर अपना शतक पूरा किया। 12 चौकों और एक छक्के से सजी उनकी पारी उनकी बल्लेबाजी कौशल और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता का प्रमाण थी।
जडेजा ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 86 रन बनाकर पारी को संभाला।
उनकी पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाकर आक्रामकता का परिचय दिया गया। उन्होंने प्रभावी ढंग से स्ट्राइक रोटेट की और अश्विन को पूरा सहयोग दिया।
इस जोड़ी के दबदबे ने बांग्लादेश के गेंदबाजों को निराश कर दिया, जिन्हें रन बनाने में दिक्कत आ रही थी। महमूद ने बांग्लादेश के लिए 4-58 के आंकड़े के साथ सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी की, जबकि मिराज ने एक विकेट लिया।
शुरुआत में पिछड़ने के बाद भारत ने दिन का अंत मज़बूत स्थिति में करते हुए किया, जिसका श्रेय अश्विन और जडेजा के बीच बेहतरीन साझेदारी को जाता है। दूसरे दिन भारत की स्थिति को और मज़बूत करने की ज़िम्मेदारी इन दोनों पर होगी।