
दिल्ली की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए लाल किला स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार प्रधानमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भारत की प्रगति तब तक नहीं देख सकते जब तक कि वे खुद की प्रगति नहीं देखते। देश को इन मुट्ठी भर नकारात्मक लोगों से खुद को बचाने की जरूरत है…बाहरी और आंतरिक, अनगिनत चुनौतियां हैं – ये केवल बढ़ेंगी। मैं ऐसी ताकतों से कहना चाहता हूं कि भारत के विकास से किसी को खतरा नहीं होगा…भारत के विकास को देखकर दुनिया को चिंता नहीं करनी चाहिए…”
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को यह समझने की जरूरत है कि नकारात्मक मानसिकता वाले कुछ लोग देश में असंतुलन पैदा करने की साजिश कर रहे हैं। भाई-भतीजावाद और जातिवाद समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं… हमें राजनीति से इनसे छुटकारा पाना होगा।”
इससे पहले पीएम मोदी और बीजेपी ने कांग्रेस पर ‘भाई-भतीजावाद’ को लेकर हमला बोला था।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक लाख युवाओं को राजनीतिक व्यवस्था में लाने का आह्वान किया, खास तौर पर उन युवाओं को जिनके परिवार में राजनीति का कोई इतिहास नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य भाई-भतीजावाद और जातिवाद की बुराइयों से लड़ना है
और भारत की राजनीति में नये रक्त का प्रवेश।
भ्रष्टाचार के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने भ्रष्टाचार के पूरे तंत्र पर काबू पा लिया है। उन्होंने कहा, “मुझ पर व्यक्तिगत हमले हुए हैं, लेकिन मेरी प्रतिष्ठा इस देश के हित से ज़्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।”
प्रधानमंत्री ने आज अपने भाषण में यह भी कहा, “मैं आम आदमी को लूटने की परंपरा को रोकने के लिए भ्रष्ट लोगों के मन में डर पैदा करना चाहता हूं।”