ट्रैविस हेड वह शो के स्टार बनकर उभरे, उन्होंने सिर्फ 25 गेंदों पर 80 रनों की तूफानी पारी खेली। उनकी पारी आक्रामक बल्लेबाजी का नमूना थी, जिसमें पांच छक्के और बारह चौके शामिल थे।
हेड के आक्रामक खेल और कप्तान मिशेल मार्श के 11 गेंदों पर 30 रनों की तेज पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पावरप्ले में 113/1 का अभूतपूर्व स्कोर बनाया और इस तरह पहले छह ओवरों में सर्वोच्च स्कोर का नया टी20 अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित हुआ।
लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरूआत में थोड़ी परेशानी हुई, क्योंकि सलामी बल्लेबाज जेक फ्रेजर-मैकगर्क पहले ओवर में शून्य पर आउट हो गए।
हालांकि, यह ऑस्ट्रेलिया के अन्यथा दोषरहित प्रदर्शन में एक छोटी सी बाधा साबित हुई। हेड और मार्श ने बल्लेबाजी के अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए स्कॉटिश गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया।
हेड ने मात्र 17 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, जिससे उनकी शुरुआत से ही इरादे साफ नजर आए। दूसरी ओर, मार्श ने छठे ओवर में अपनी ताकत का परिचय देते हुए जैक जार्विस की गेंदों पर 30 रन बटोरे।
दोनों बल्लेबाज सातवें ओवर में मार्क वॉट की गेंद पर जल्दी-जल्दी आउट हो गए, लेकिन तब तक मैच पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया की पकड़ में आ चुका था।
चौथे नंबर पर आए जोश इंग्लिस ने सुनिश्चित किया कि आगे कोई दिक्कत न हो, उन्होंने 13 गेंदों पर नाबाद 27 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। विजयी रन 62 गेंदें शेष रहते आए, जिससे दोनों टीमों के बीच क्लास में अंतर उजागर हुआ।
मैच में पहले स्कॉटलैंड ने निर्धारित 20 ओवरों में 154/9 का सम्मानजनक स्कोर बनाया। मेजबान टीम के लिए जॉर्ज मुनसे ने सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया और 28 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर बने। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में सीन एबॉट ने 39 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया की जीत व्यापक थी, जिसमें आक्रामक बल्लेबाजी और शानदार गेंदबाजी शामिल थी।
इस मैच में दोनों टीमों के बीच अनुभव और दमखम की खाई साफ दिखाई दी, ऑस्ट्रेलिया ने शुरू से ही अपना दबदबा कायम रखा। ट्रैविस हेड की धमाकेदार पारी और रिकॉर्ड तोड़ ओपनिंग साझेदारी निस्संदेह इस एकतरफा मुकाबले की खास बात होगी।