प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के कटरा में एक सार्वजनिक रैली में कहा, “कांग्रेस को दिया गया हर वोट पीडीपी और एनसी के घोषणापत्र को लागू करेगा। वे अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहते हैं। इसका मतलब है कि वे घाटी में फिर से खून-खराबा चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने इस साझेदारी का गर्मजोशी से स्वागत किया है और उसने खुलकर इस साझेदारी का समर्थन किया है।
पीएम मोदी ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस को लेकर भले ही कोई उत्साह न हो, लेकिन पड़ोसी देश (पाकिस्तान) उन्हें लेकर काफी उत्साहित है। पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को लेकर खूब मजे (बल्ले-बल्ले) कर रहा है।”
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “पाकिस्तान कांग्रेस-एनसी घोषणापत्र से बहुत खुश है और उसने खुलकर अपना समर्थन दिया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने खुलकर कांग्रेस-एनसी गठबंधन का समर्थन किया है। उनका कहना है कि उनका एजेंडा पाकिस्तान के एजेंडे जैसा ही है। कांग्रेस और एनसी यहां जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के एजेंडे को लागू करना चाहते हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आगामी चुनाव इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होंगे, जो जम्मू-कश्मीर के भविष्य को परिभाषित करने वाला चुनाव होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के भविष्य को चुनने के बारे में है।” उन्होंने कांग्रेस, एनसी और पीडीपी- इन तीनों परिवारों की राजनीतिक विरासत से मुक्त होने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिन्होंने उनके अनुसार राज्य को बर्बाद कर रखा है।
इससे पहले श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में हुए भारी मतदान की प्रशंसा की और कहा कि यह उन दलों की अस्वीकृति को दर्शाता है जो “पत्थरबाजों और आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखते हैं”।
जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जा रहे हैं, पहला चरण 18 सितंबर को पूरा हो गया। शेष दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे, और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।